प्रेम की पराकाष्ठा है कृष्ण सुदामा की मित्रताः आचार्य शशिकांत,कथावाचक ने किया श्रीकृष्ण के विवाहों का वर्णन

  ओरन/बांदा। नगर के प्रसिद्ध तिलहर माता मंदिर परिसर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा अंतिम दिन कथावाचक आचार्य शशिकांत त्रिपाठी ने श्रोताओं को श्री कृष्ण के संपूर्ण 16108 विवाहों का सुंदर वर्णन किया। साथ ही सुदामा चरित्र कथा का वर्णन करते हुए बताया कि किस तरह से जगदीश्वर श्री कृष्ण ने अपने मित्र के लिए … Continue reading प्रेम की पराकाष्ठा है कृष्ण सुदामा की मित्रताः आचार्य शशिकांत,कथावाचक ने किया श्रीकृष्ण के विवाहों का वर्णन